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उत्तराखण्ड में ‘‘सबका साथ-सबका विकास’’ जनयोजना अभियान 2 दिसम्बर 2019 से 2 मार्च 2020 तक चलाया जाएगा। इसमें मिशन अन्त्योदय सर्वे और जीपीडीपी प्लान तैयार किया जाएगा। इसमें मिशन अन्त्योदय सर्वे एप द्वारा राज्य की समस्त ग्राम पंचायतों का सर्वे कार्य किया जाएगा। सर्वे से प्राप्त गैप रिर्पोट को ग्राम सभा की खुली बैठकों में रखते हुये गैप पूर्ति के लिए पंचायती राज विभाग, द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) तैयार की जाएगी।

शुक्रवार को सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभाकक्ष में जीपीडीपी अभियान की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती मनीषा पंवार ने ब्लॉक स्तर पर ग्राम प्रधानों की ओरिएंटेशन कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत विकास योजना में उन्हीं कार्यों के प्रस्ताव किए जाएं जो कि संबंधित विभागों के मानकों के अंतर्गत आते हों। अभियान में सीएसआर में काम कर रही संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए। हर घर को नल से जल की आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए।

बताया गया कि वैसे यह अभियान 02 अक्टूबर 2019 से 31 दिसम्बर 2019 तक चलाया जाना था परंतु उत्तराखण्ड में त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन की आदर्श आचार संहिता के कारण राज्य में उक्त अभियान 02 दिसम्बर, 2019 से 02 मार्च, 2020 तक संचालित किया जाएगा। समस्त गतिविधियों को अभियान के तौर पर संचालित किया जायेगा तथा समस्त गतिविधियों की फोटोग्राफी, विडियोग्राफी एवं अभिलेखीकरण अनिवार्य रूप से किया जायेगा तथा योजना के वेब पोर्टल  (www.gpdp.nic.in/missionantodaya.nic.in½  पर प्रतिदिन अपलोड किया जायेगा।

सर्वे कार्य प्रारम्भ करने से पहले ग्राम पंचायत वार, सर्वेकर्ता की टीम तैयार कर मिशन अन्त्योदय मोबाइल एप्प का प्रशिक्षण दिया जाना अनिवार्य होगा। विकास खण्ड द्वारा सर्वेकर्ताओं का चयन किया जायेगा। सर्वेकर्ता के रूप में सीआरपी/जीआरएस/बीएफटी तथा उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों का चयन किया जा सकता है।

सर्वे कार्य नियत समय में पूर्ण करना तथा सर्वे डाटा को मोबाईल एप्प से डाउनलोड कर सर्वे रिपोर्ट की प्रतिलिपि को ग्राम सभा की खुली बैठक में अनुमोदन के लिए रखा जायेगा। सर्वे रिपोर्ट में ग्राम सभा यथा आवश्यकता संशोधन कर सकती है। ग्राम सभा से अनुमोदित सर्वे रिपोर्ट को सर्वेकर्ता द्वारा मिशन अन्त्योदय पोर्टल पर त्रुटिरहित अपलोड कराना सुनिश्चित करेंगे। सर्वे से पूर्व समस्त ग्राम पंचायतों तथा उनमें सम्मिलित राजस्व ग्राम का एलजीडी  कोड मैपिंग करना अनिवार्य होगा।

जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु सभी विभागों के साथ बैठक करके अभियान के लिए जनपद का आईईसी प्लान तैयार किया जायेगा जिसका व्यय संबंधित विभागीय योजनाओं क आईईसी मद से नियमानुसार/अनुमन्यता के आधार पर किया जायेगा।

सभी रेखीय विभागों को सर्वे के दौरान सर्वेकर्ता को अपने विभाग से सम्बन्धित वांछित डाटा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा। सभी रेखीय विभागों द्वारा इस अभियान के लिए ग्राम सभा स्तर पर फ्रंटलाईन वर्कर नामित कियें जायेगें जिसके द्वारा ग्राम सभा के सर्वे में सहयोग और ग्राम सभा की बैठकों में प्रतिभाग किया जायेगा।

सम्पूर्ण अभियान के दौरान ग्राम सभा की बैठकों में मिशन अन्त्योदय सर्वे में सहयोग प्रदान करने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिये एक फेसिलिटेटर नामित किया जायेगा जो सीआरपी या ट्रेंड़ सोशल आडिटर या अन्य कोई उपयुक्त व्यक्ति हो सकता है।

मिशन अन्त्योदय सर्वे प्रारूप में ग्राम पंचायत में उपलब्ध आधारभूत संरचना, ग्राम पंचायत के आर्थिक विकास व सामाजिक न्याय और ग्रामीणों को प्रदान की जा रही सेवाओं तथा अनुसूची 11 में अंकित 29 विषयों आदि से सम्बन्धित बिन्दुओं पर सर्वे कार्य किया जाना है। सभी रेखीय विभागों द्वारा जीपीडीपी में प्रस्तावित कार्यो को अनिवार्य रूप अपने विभागीय वार्षिक कार्ययोजना में सम्मिलित किया जाएगा। ग्राम पंचायत को अन्तरित अनुसूची 11 में वर्णित 29 विषयों से सम्बन्धित विभागों के कार्मिकों और फ्रंटलाईन वर्कर की मिशन अन्त्योदय सर्वे एवं ग्राम सभा की बैठकों में उपस्थित अनिवार्य होगी।

दिनांक 02 दिसम्बर, 2019 से 02 मार्च, 2020 तक अभियान के लिए अपर सचिव/आयुक्त, ग्राम्य विकास उत्तराखण्ड शासन  राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी (मिशन अन्त्योदय सर्वे अभियान) के रूप में कार्य करेगें। जबकि अपर सचिव/निदेशक, पंचायती राज उत्तराखण्ड शासन नोडल अधिकारी (जनयोजना अभियान (पीपीसी-2019) सबकी योजना सबका विकास) के रूप में कार्य करेगें। इसी प्रकार जिले स्तर जिलाधिकारी नोडल अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी समन्वयक अधिकारी के रूप के रूप में कार्य करेंगें। जनपद स्तर पर जिला पंचायत राज अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, सहायक परियोजना निदेशक एवं रेखीय विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारी विभागीय समन्वयक के रूप में कार्य करेंगें। विकास खण्ड स्तर उप जिलाधिकारी, नोडल अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) समन्वयक अधिकारी के रूप में कार्य करेंगें। रेखीय विभागों के विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी विभागीय समन्वयक अधिकारी के रूप में कार्य करेंगें।

जनपद/विकास खण्ड द्वारा क्षेत्रीय विभागीय कार्मिकों एवं सर्वेकर्ताओं, फ्रंटलाईन वर्कर/फेसिलिटेटर की उपलब्धता के अनुसार मिशन अन्त्योदय सर्वे हेतु ग्राम्य विकास विभाग द्वारा तथा पंचायत राज विभाग उत्तराखण्ड द्वारा ग्राम सभा की खुली बैठको हेतु रोस्टर जारी किया जायेगा। इस अभियान में जन प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी संस्थाओं/सांस्कृतिक दलों/महिला मंगल दल, आशा कार्यकत्री,  GRS/BFT/  पंचायत प्रतिनिधियों/स्वयं सेवक/शिक्षण- प्रशिक्षण संस्थाओं/ NSS/NCC/  बैक एवं वाणिज्य संस्थाओं आदि का यथावश्यक सहयोग प्राप्त करते हुए गांव-गांव में प्रचार-प्रसार किया जाएगा।