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हरिद्वार: पिछले दस दिन में देवभूमि उत्तराखण्ड की तीर्थनगरी हरिद्वार में 3.5 करोड़ से ज्यादा कांवड़िये पहुँच चुके हैं। श्रावण मास कांवड़ मेला यात्रा पर आये कांवड़ियों का आंकड़ा बुधवार शाम 5 बजे तक 3.5 करोड़ से ऊपर पहुँच गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 जुलाई से तीर्थनगरी में कांवड़ियों का आगमन शुरु हो गया था। इसमें दूरस्थ स्थानो से आने वाले दो करोड से ज्यादा पैदल कांवडिये 6 अगस्त की रात को जा चुके थे। वही 6 अगस्त की रात से ही डाक कांवडियो का आगमन शुरु हो गया था। और अब कांवड़ मेले के अन्तिम चरण के दूसरे दिन शाम को यह आंकड़ा बढकर साढे तीन करोड के पार हो गया है। मंगलवार की रात और बुधवार सुबह से ही डाक कावंडियों की वापसी जोरो पर है। haridwarहरिद्वार दिल्ली हाईवे पर डाक कावड के वाहनो और दुपहियां वाहनो के अलावा अन्य कुछ नजर नही आ रहा। प्रेमनगर चौक और शंकराचार्य चौक से कनखल आने वाले स्थानीय लोगो को सड़क पार कराने के लिए मौके पर उपस्थित पुलिस को कांवड़ियों के दौडते वाहनो को रोकने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ रही है। उसक बाद भी सडक पार करने वालो को 5 से 10 मिनट तक का इंतजार करना पड़ रहा है। वही जिलाधिकारी दीपक रावत ने कांवड़ मेले के शान्ति पूर्वक सम्पन्न होने का श्रेय नगर वासियों, संतो, सामाजिक संगठनो को दिया है इसके आलावा अच्छी कवरेज के लिए उन्होंने मिडिया की भी सराहना की है। वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्णकांत वीके ने बताया कि 8 अगस्त शाम 5 बजे तक जो आंकडे आए है उसक अनुसार 3 करोड 73 लाख 52 हजार कावडिये गंगा जल लेकर अपने गंतव्यो को लौट चुके है। उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर तक या मेला समाप्ति तक ये आंकडा बढकर 4 करोड से ऊपर जा सकता है।

कांवड़ यात्रा के अंतिम दौर ने पुलिस-पब्लिक का निकला दम

बुधवार को कांवड़ मेले के अंतिम दौर में पूरा शहर जाम के चलते परेशान रहा। शहर से बाहर की और जाने वाले तमाम रास्तों पर दौड़ लगाते कांवड़ियों की भीड़ के आगे प्रशासन पूरी तरह लाचार नजर आया। हरिद्वार-रूड़की राजमार्ग पर लगे कई किलोमीटर लंबे जाम को खुलवाने में पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। हजारों वाहनों के जाम में फंसने से हालात कई बार बेकाबू होते भी नजर आए। लेकिन पुलिस अधिकारियों की सूझबूझ चलते कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। हरकी पैड़ी से ज्वालापुर को जाने वाले शहर के मुख्य मार्ग पर भी दिन भर जाम का नजारा रहा। पूरा शहर दिन भर बिना साईलेंसर वाली बाइकों के शोर व सीटियों की आवाज से गूंजता रहा। दोपहर में भीड़ बढ़ने पर पुलिस प्रशासन ने देवपुरा चौक से आगे ऑटो रिक्शा, बैटरी रिक्शा, साईकिल रिक्शा आदि का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया।haridwar

हाईवे पर जल लेकर लौट रहे डाक कांवड़ वाहनों की भारी भीड़ के कारण कई बार स्थिति बेकाबू होती नजर आयी। जल लेने के लिए आ रहे दोपहिया सवार कांवड़ियों को शंकरचार्य चौक पर जाम की स्थिति बनने के बाद पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए कुछ वाहनों को पटरी मार्ग से रवाना किया। शंकराचार्य चौक पर दोनों और से वाहनों की भारी भीड़ आने से भयंकर जाम लग गया। जाम में फंसे कई निजी वाहन चालक अपने वाहनों को चौराहे पर ही छोड़कर भाग खड़े हुए।haridwar

भीड़ में फंसे वाहनों के नहीं हटने से स्थिति और विकट हो गयी। जिससे लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह बीच चौराहे पर खड़े वाहनों को हटवाया। जब जाकर स्थिति कुछ काबू में आयी। जल लेने आ रहे दोपहिया सवार डाक कांवड़ियों की भारी भीड़ आने से शंकराचार्य चौक पर एक बार फिर हालात बिगड़ते दिखाई दिए। कुछ कांवड़ियों ने आगे जाने की जल्दी में पुलिस द्वारा लगाए बैरिकेटस हटा दिए। जिससे पुलिस की व्यवस्था टूटती नजर आयी। व्यवस्था संभालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।