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श्रीनगर गढ़वाल: शुक्रवार को बैकुण्ठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी-2018 श्रीनगर, पौडी गढ़वाल में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत तथा केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

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राजकीय बालिका इण्टर की छात्राओं को 51 हजार का पुरूस्कार दिया

बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले के दौरान शुक्रवार को राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज श्रीनगर एवं सरस्वती विद्या मन्दिर की छात्राओं द्वारा माँ गंगा पर शानदार समूह गान गंगा तुझको नमन हमारा.. गाकर मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं केन्द्रीय मंत्री उमा भारती सहित उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। मुख्य मंत्री ने स्कूल की बालिकाओं की इस शानदार प्रस्तुति पर खुश होकर पुरूस्कार स्वरूप 51 हजार रूपये देने की घोषणा की।

श्रीनगर में बहुद्देश्यीय पार्किग स्थल बनेगा

इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रीनगर में पार्किंग निर्माण, उद्यान विभाग की निर्सरी की चाहरदीवारी के निर्माण, पैठाणी में टैक्सी स्टैंड निर्माण, रैन बसेरा श्रीनगर का उच्चीकरण एवं सौंदर्यीकरण करने की घोषणा की। इस अवसर पर आयोजित स्वच्छ भारत मिशन के तहत गंगा स्वच्छता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गंगा किनारे सभी गांवों को ओडीएफ बनाकर देश में सबसे बेहतर कार्य किया है। इस मामले में उत्तराखण्ड ने कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है हर गांव में कोई न कोई देव तत्व निवास करते है। उन्होंने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने राज्य में पॉलिथीन प्रतिबंध कर उत्कृष्ट कार्य किया है।

पर्यावरण एंव स्वच्छता के क्षेत्र में अच्छे काम करने वालों को सम्मानित किया

नमामि गंगे एंव स्वच्छता कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल हरक सिंह रावत को 2006 में उप जिलाधिकारी श्रीनगर में तैनाती के दौरान डोर-टू-डोर कूड़ा कलैक्शन एवं पर्यावरण मित्र योजना के प्रति प्रस्ताव रखने पर सम्मानित किया गया। साथ ही पर्यावरण मित्र रीता देवी व डॉ. वीपी नैथानी को स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया।

कोट ब्लाक स्थित सीता माता की भू-समाधी स्थल को देश दुनिया के सामने लाएगी सरकार

श्रीनगर के जीआई एंड टीआई मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जनपद के कोट ब्लाक में सीता माता की भू-समाधी स्थल पर आज भी पौराणिक मेला आयोजित किया जाता है। लोगों की आस्था आज भी सीता माता की भू-समाधी स्थल से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इसके लिए शीघ्र ही ठोस कार्ययोजना तैयार कर इस स्थल को देश और दुनिया के सामने लाएगी। इस स्थल को आस्था के एक बेहतरीन केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देवप्रयाग से 4 किमी की दूरी पर यह स्थान विदाकोटी है। विदाकोटी से 9 किमी की दूरी पर ही सीताकोटी तथा सीताकोटी से 6 किमी की दूरी पर फलस्वाड़ी नामक स्थान है। इन सभी क्षेत्रों को मिलाकर 18 किमी का एक आस्था का भव्य केंद्र स्थापित किया जाएगा। कहा कि इस स्थान को विकसित करने के लिए उनके साथ सचिव भारत सरकार, मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार, डीजी पुलिस तथा सभी 13 जिलों के जिलाधिकारी इन सभी स्थलों की पदयात्रा करेंगे।

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सीएम व केन्द्रीय मंत्री ने किया अलकनंदा के घाटों का उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने श्रीनगर शहर में अल्केश्वर महादेव स्नान एवं मोक्ष घाट लागत 11 करोड़ तथा 2.97 करोड की लागत से निर्मित आईटीआई मोक्ष घाट का भी लोकार्पण किया। श्रीनगर के अलकनंदा नदी के तट पर बने अलकेक्ष्वर एवं शमशान घाट (आईटीआई) का निर्माण ऐ.के. गुप्ता एंड कम्पनी दिल्ली द्वारा किया गया है। समय से पहले ही घाटों के निर्माण से स्थानीय विद्यायक ने भी काफी प्रसन्ता जाहीर की। उन्होनें बताया कि उच्च कोटी की गुणवत्ता के साथ घाटों का निर्माण किया गया है, जिससे बरसात के समय भी घाटों को क्षती नहीं पहुॅचेगी। निर्माण दायी संस्था वापकोस के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि नमामि गंगे के तहत उन्हें ऋषिकेश से रूद्रप्रयाग तक 17 घाटों के निर्माण का कार्य मिला था। सभी घाटों का कार्य समय से पहले जून 2018 तक पूरा कर लिया गया था। इस अवसर पर स्वच्छता तथा गंगा की निर्मलता एवं अविरलता की 11 हजार लोगों ने शपथ ली।`