himalyan tribe festival

माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज भी पहुंचे हिमालयन ट्राइब मोहत्सव समारोह में

अपनी संस्कृति और अपनी जड़ों से जुड़ने के लिए हम सब को आगे आने होगा-माताश्री मंगला जी

देहरादून में रं,रोगपा,जाड़ शौक जनजातिय समुदाय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय हिमालयन ट्राइब मोहत्सव रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया। रेसकोर्स देहरादून के बन्नू स्कूल के सामने स्थित ग्राउंड में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा समेत जनजाति समाज के गणमान्य लोगों ने दीप जलाकर शुभारंभ किया था। रं, रोंगपा, जाड़ युवा समिति एवं रोंगपा यूथ सोसाइटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत मोना पाल की गणेश वंदना से हुई थी। इसके बाद हर्सिल, डुंडा के बगौरी गांव के कलाकारों ने रासों नृत्य प्रस्तुत किया।

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इस आयोजन के दूसरे दिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्रि त्रिवेंद रावत,हंस फाउंडेशन की प्रेरणाश्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलन करते हुए शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने रं-रौंगपा-जाड़-शौका जनजाति की ओर से आयोजित महोत्सव को जनजाति समाज की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पहचान दिलाने का कारगर प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की पहचान को बनाये रखना होगा। बड़ी संख्या में युवाओं द्वारा इस आयोजन में की गई पहल को भी उन्होंने सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है युवाओं को अपनी समृद्ध लोक संस्कृति, बोली, भाषा व सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने की।

इस मौके पर माताश्री मंगला जी ने रौंगापा यूथ सोसायटी एवं रं-रैगपा-जाड़-शौका युवा समिति को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज के इस भुमंडलीकरण के दौर में हम सब को अपनी संस्कृति और अपनी जड़ों से जुड़ने के लिए आगे आना होगा।यह सब इस लिए भी महत्वपूर्ण हैं कि आप की संस्कृति और आपका अपनी जड़ों से जुड़ाव आपके सांस्कृतिक विकास को नयी परिभाषा ही नहीं देता,बल्कि इसे बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। माता मंगला जी ने कहा कि आज के समय में अपनी सांस्कृति विरासत को बचाए रखने की बहुत जरूरत है. क्योंकि आज जिस तरह से पहाड़ से पलायन हो रहा है। इस पलायन के साथ-साथ हमारा सांस्कृतिक पलायन भी हो रहा है.यह बहुत ही दुःखद हैं कि हम मनुष्य पलाय के साथ-साथ अपना सांस्कृतिक पलायन भी कर रहे है। आज जरूरत इस बात कि हैं कि इन सब चीजों से बचा जा सके।

माताश्री मंगला जी ने कहा कि हम हंस फाउंडेशन के माध्मय से इस दिशा में कई ऐसे प्रयास कर रहे हैं कि हमारा सांस्कृतिक पलायन तो रूके ही साथ ही पहाड़ पर रोजगार के अवसर मिले इसके लिए हम निरंतर प्रयास कर रहे है। जिसका सुखद परिणाम भी निलक रहा है। इस दिशा में हमारा प्रयास जारी हैं कि हम उत्तराखंड से

इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत,माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने डी.एस.नैथवाल द्वारा तैयार की गई विडियो ‘अंग भी हुंटी‘ का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में चार धाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष श्री शिवप्रसाद ममगाई, श्री सी.एस.नपलच्याल, डॉ आई.एस.पाल,रोंगपा यूथ सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष पंकज बड़वाल, पीएस गबरियाल, निधि पाल, बृजमोहन सिंह चौहान, कमला राणा, करण ततवाल, हंसराज ढंकरियाल, सुंदर बगियाल, बलवीर गुंजयाल, इंदु देवी भंडारी, कमला राणा, मंजू नेगी, वैशाखी भंडारी, जसीला देवी, नीरज पांगती, बीएस नेगी, करण सिंह राणा, मुरली दीवान, दरबान सिंह नैथवाल सहित बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग उपस्थित थे।