Himalaya-Bachao-Polythene-H

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को नगर निगम देहरादून में हिन्दुस्तान समाचार पत्र द्वारा आयोजित ‘‘हिमालय-बचाओ पॉलिथीन हटाओ ’’कार्यक्रम में प्रतिभाग किया इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हिमालय संरक्षण पर आधारित भाषण प्रतियोगिता में राज्य एवं जनपद स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय के संरक्षण की पहली जिम्मेदारी उत्तराखण्ड की हैं उत्तराखण्ड से निकलने वाली गंगा और यमुना से देश की 65 प्रतिशत सिंचाई होती है। इसीलिए हिमालय को वाटर टॉवर भी कहा जाता है। पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए बृहद स्तर पर वृक्षारोपण करना जरूरी है। वृक्षों के संरक्षण के लिए विश्वेश्वर दत्त सकलानी, कल्याण सिंह रावत, गौरा देवी, सुन्दरलाल बहुगुणा ने अनेक प्रयास किये। वृक्षों व प्रकृति के प्रति हमारा स्वाभाविक लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री जी ने मन की बात में जो जिक्र किया है। जन सहयोग व जागरूकता से ही इस दिशा में आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चे अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं किसी भी अभियान को तभी सफलता मिलती है, जब हम उसकी शुरूआत स्वयं से करते हैं।
मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि हिन्दुस्तान समाचार पत्र हिमालय के संरक्षण व पॉलिथीन मुक्ति के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार व जन चेतना के माध्यम से सराहनीय कार्य कर रहा है। इस कार्यक्रम में बच्चों की सहभागिता से बच्चों में र्प्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना का और अधिक संचार होगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम के माध्यम से देहरादून में प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया गया है।
इस अवसर पर बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, हिन्दुस्तान के स्थानीय संपादक गिरीश गुरूरानी व गणमान्य उपस्थित थे।