Lakshman-Jhula-bridge-rishikesh

देहरादून: उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में विश्वविख्यात 90 साल पुराने ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला पुल की मियाद खत्म हो जाने के बाद शुक्रवार को पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया है। जिसके बाद से इस पुल के विकल्प के बारे में चर्चा होने लगी है। शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लक्ष्मण झूला के संबंध में भेंट करने आई विधायक यमकेश्वर ऋतु खण्डूड़ी को बताया कि राज्य सरकार ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला पुल का विकल्प जल्द ही तैयार कर लेगी। इसके लिए एक वैकल्पिक पुल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छः माह पूर्व आईआईटी रुङकी के विशेषज्ञों से लक्ष्मण झूला की फिजीबिलिटी पर अध्ययन करने को कहा गया था। उनसे प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुल की स्थिति ऐसी नही है कि इस पर अधिक आवाजाही खासतौर पर चार पहिया या दुपहिया वाहनों को अनुमति दी जा सके। कांवङ मेले में भारी भीङ को देखते हुए लक्ष्मण झूला पर आवाजाही को जारी रखना उचित नहीं रहता। जन सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोपरि है। इसलिए लक्ष्मण झूला पर दो पहिया वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोकने का निर्णय किया गया है। साथ ही इसका विकल्प भी जल्द से जल्द तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्मण झूला उत्तराखंड की एक सांस्कृतिक धरोहर है। ऋषिकेश के प्रमुख आकर्षण केन्द्र के रूप में देश-विदेश में इसकी पहचान है। यहाँ तक कि अनेक फिल्मों में यहाँ का फिल्मांकन प्रमुखता से किया गया है। लक्ष्मण झूला का समुचित रखरखाव करते हुए किस तरह से हेरिटेज के तौर पर संरक्षित किया जा सकता है, इसके लिए भी विशेषज्ञों की राय से कार्य योजना बनाई जाएगी।

यह भी पढ़ें:

अंग्रेजों के ज़माने में बने ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला पुल पर आवागमन बंद