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सौरमंडल में 24 जनवरी 2020 को बड़ी घटना घटित होगी बदलाव के तहत सौरमंडल के दूसरे सबसे बड़े ग्रह शनि, 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अपनी राशि मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिसका असर पूरी दुनिया खासकर राजकाज पर पड़ेगा। किसी से सत्ता छिनेगी तो किसी के सिर ताज सजेगा।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि ग्रहों में न्यायाधीश कहे जाने वाले शनि ग्रह को 12 राशियों का भ्रमण करने में 30 साल का लंबा समय लग जाता है। यह एक राशि में ढाई वर्ष रहने वाले सौर मंडल के अकेले ग्रह हैं। इसलिए धीमी गति से चलने की वजह से इन्हें मंद नाम से भी जाना जाता है। एक राशि पर अधिक समय तक रहने की वजह से जनमानस इन से भयभीत भी रहता है। परंतु शनि ग्रह केवल बुरा नहीं करते बल्कि रंक को राजा भी बना देते हैं।

राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज आईडीपीएल में संस्कृत के प्रवक्ता डॉक्टर घिल्डियाल बताते हैं कि लबे अंतराल के बाद शनि के अपनी ही राशि मकर में लौटने से किसी की किस्मत का सितारा बुलंद होगा तो कई लोगों को परेशानियां भी होंगी। मकर राशि में शनि अगले ढाई वर्षों तक रहेंगे। शनि के राशि परिवर्तन का हमारे व्यक्तिगत जीवन के साथ-साथ राजनीतिक सामाजिक आर्थिक स्थितियों पर काफी गहरा प्रभाव पड़ेगा। न्याय के देवता होने के नाते सबको न्याय दिलाते हैं। इस परिवर्तन से मेष, कर्क, तुला और मकर राशि के जातकों के लिए शश नामक राजयोग बनेगा जो शनि ग्रह से बनने वाला सबसे बड़ा राजयोग है। शनि देव 11 मई 2020 को वक्री होंगे और लगभग 142 दिन यानी 29 दिसंबर 2020 तक वक्री रहेंगे।

सौर विज्ञानी डॉक्टर घिल्डियाल बताते हैं कि मकर चर राशि एवं पृथ्वी तत्व की राशि है। शनि ग्रह के बुध एवं शुक्र ग्रह मित्र हैं जबकि सूर्य, मंगल, चंद्रमा इसके शत्रु है। शनिदेव पूरे वर्ष 2020 में अपने पिता सूर्य के उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में भ्रमण करेंगे। कुछ राशियों की साढ़ेसाती होगी खत्म कुछ पर शुरू होगी। कुछ की ढैया होगी खत्म और कुछ पर शुरू होगी। शनि ग्रह के इस राशि परिवर्तन से वृश्चिक राशि की साढ़ेसाती समाप्त होगी। जबकि कन्या और वृष राशि की ढैया समाप्त होगी। कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी, तुला और मिथुन पर शनि की ढैया शुरू होगी। शनि ग्रह आयु, प्राकृतिक आपदा, बुढ़ापा, तेल, खनिज, कोयला, श्रमिक एवं कर्मचारी वर्ग के भी कारक हैं। इसमें मकर राशि में ढाई वर्ष रहते हुए यह कर्मचारियों को न्याय दिलवा सकते हैं।dr-ghildiya

राशि अनुसार इस प्रकार रहेगा फल

मेष : नौकरी में तरक्की और प्रभाव में वृद्धि
वृष : संतान की चिंता और अपनी लोकप्रियता में वृद्धि
मिथुन : कार्यों में रुकावट पारिवारिक जीवन में झंझट
कर्क : सर्वत्र धंधा व्यापार का लाभ
सिंह : मुकदमों में सफलता पुराने रोगों से मुक्ति
कन्या : भूमि भवन का लाभ माता से लाभ
तुला : अचानक दुर्घटना का योग प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता
वृश्चिक : धन वृद्धि संकटों से मुक्ति
धनु : भाग्य वृद्धि संचित कोष में वृद्धि
मकर : रुके हुए कार्य संपन्न कुटुंब वृद्धि
कुंभ : विदेश यात्रा से लाभ मानसिक क्लेश
मीन : सभी कार्यों में सफलता धन संपत्ति पर खर्चे होंगे

मुख्यमंत्री द्वारा ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान से सम्मानित आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद  घिल्डियाल ने बताया कि सत्ता पक्ष के लिए भी शनि का राशि परिवर्तन निर्णायक रहेगा। सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में सफल होगी। कई राज्यों में सत्ता परिवर्तन के भी योग बनेंगे। इसलिए नेताओं एवं बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी। भगवान शिव का पूजन और जब तक दान करने से सभी प्रकार के सुख प्राप्त होंगे।