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ग्रेटर नोएडायातायात के नजरिये से ग्रेटर नोएडा शहर के सबसे व्यस्ततम स्थान परी चौक पर आये दिन लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए रविवार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा परी चौक के दो सौ मीटर के दायरे में किसी भी वाहन को खड़े करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद यूपी रोडवेज व निजी बसों के चालकों द्वारा यातायात के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। प्रतिबंध के बाद भी मंगलवार को एक दर्जन से अधिक बसें सवारी के इंतजार में आकर खड़ी हो गई। इस पर कासना कोतवाली पुलिस द्वारा बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने पांच बसों को सीज कर दिया, जबकि 12 का चालान काटा गया। बता दें की परी चौक में जाम के चलते एक एम्बुलेंस भी फंस गई थी।

परी चौक से हर रोज बड़ी संख्या में यात्री नोएडा, दिल्ली, बुलंदशहर, जेवर, सकिंद्राबाद, मथुरा, आगरा, आदि स्थानों के लिए रवाना होते हैं। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण यूपी रोडवेज के साथ निजी बसें व ऑटो आकर खड़े हो जाते हैं, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। इसको देखते हुए रविवार को प्रतिबंध लगा दिया गया कि अब परी चौक पर कोई भी वाहन सवारी के इंतजार में खड़ा नहीं होगा। कासना कोतवाली प्रभारी आजाद सिंह तोमर ने बताया कि रोक के बावजूद मंगलवार को रोडवेज की 17 व कुछ निजी बसें परी चौक पर आकर खड़ी हो गई, जिससे मार्ग बाधित हो गया और जाम की स्थित पैदा हो गई। कोतवाल ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने पर पांच बसें सीज की गई और 12 का चालान काटा गया। सीज की गई बसों को कासना कोतवाली में खड़ा किया गया है।