ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व सीईओ और रिटायर्ड आईएएस पीसी गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस जांच में यमुना प्राधिकरण के तीन कर्मचारियों के नाम सामने आये हैं। प्राधिकरण के सीईओ ने आज तीनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि तीनों कर्मचारियों की नियुक्ति प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा की गई थी। और इस षडयंत्र की तीनों को जानकारी थी। पुलिस जांच में नाम सामने आने पर प्लानिंग विभाग में तैनात मैनेजर बृजेश, भूलेख विभाग में सहायक शेर गिरि व भूलेख विभाग में ही टाइपिस्ट मनोज दत्ता को नौकरी से निकाल दिया गया है। मैनेजर बृजेश 2010 से, शेर गिरि 2015 से तथा मनोज दत्ता 2011 से प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से यमुना प्राधिकरण में काम कर रहे थे। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि घोटाले की जांच जारी है। इसमें जिन भी कर्मचारियों की संलिप्त पाई जाएगी, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।