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ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस वे पर आये दिन होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए दुपहिया वाहनों के लिए एक अलग लेन होगी। साथ ही 60 किलोमीटर प्रति घंटा तथा 100 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाले वाहनों की भी अलग-अलग लेन होगी। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनो तरफ लेन पर पेंटिंग कर दी गयी है। यही नही ओवर स्पीड़ वाहनों का ई-चालान करने के लिए उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जा रहे हैं। सभी टोल प्लॉजा पर ओवर स्पीड़ ड्राइविंग पर ई-चालान जारी करने की व्यवस्था की गयी है। ई-चालान की पेनल्टी का भुगतान 15 दिन के अंदर करना होगा। यदि वाहन चालक निर्धारित समय सीमा में पेनल्टी का भुगतान नहीं करता है तो चालान को कोर्ट भेज दिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस वे की सेफ्टी को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की कमेटी में भी सुनवाई होगी। इसी सिलसिले में सोमवार को यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने छह जनपदों के पुलिस अधीक्षक (ट्रैफिक) तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में जेपी ग्रुप के अधिकारी भी मौजूद थे। यमुना एक्सप्रेस वे की ग्रेटर नोएडा के एंट्री प्वाइंट से आगरा तक की दूरी 165 किलोमीटर है। ओवर स्पीड तथा अन्य कारणों से यमुना एक्सप्रेस वे पर आये दिन हादसे हो रहे हैं। रोड सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए यमुना एक्सप्रेस वे पर दुपहिया वाहन चालकों की अलग लेन बनायी गयी है। उस लेन में सिर्फ दुपहिया वाहन ही चलेंगे। यदि को दुपहिया वाहन चालक अपनी लेन में नहीं चलता है तो उसका चालान काटा जाएगा। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे 60 किलोमीटर तथा 100 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाले वाहनों की अलग-अलग लेन बनायी गयी हैं। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे पर दो तरफ बने 54 कटों को बंद कर लॉक एंड की की व्यवस्था की गयी है। यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ 29 स्थानों पर नॉइस बैरियर लगाये जाएंगे। यह काम लगभग पूरा हो चुका है। यदि कोई हादसा होता है तो वाहन दूसरी लेन में नहीं जा सकेगा। इसके अलावा एलईडी स्ट्रीट लाइट तथा क्रेश बैरियर का भी एस्टीमेट बनकर तैयार हो गया है। एस्टीमेट को आईआरआरपी अनुज जैन के पास भेजा जाएगा।